देहरादून, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरुवार को एम्स ऋषिकेश पहुंचकर सिलक्यारा सुरंग से रेस्क्यू किए गए श्रमिकों का हालचाल जाना। राज्यपाल ने प्रत्येक श्रमिक से उनकी कुशलक्षेम पूछी और उनके साहस व हौसलों की सराहना की। उन्होंने कहा की श्रमिकों के साहस, मनोबल और परिजनों के धैर्य के साथ ही रेस्क्यू अभियान में शामिल सभी एजेंसियों व कार्मिकों की अथक मेहनत के बाद यह चुनौतीपूर्ण अभियान सफल हो पाया। उन्होंने डॉक्टरों से श्रमिकों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली।
मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर आ गये हैं और पूरी तरह से स्वस्थ है जो कि खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि सभी श्रमवीर हमारे राष्ट्र रूपी परिवार में एक योद्धा की भांति हैं। 41 श्रमवीरों ने हमें जो सबक दिया है कि किस तरह से मुश्किल घड़ी में अपने आप पर नियंत्रण करना और अपने हौसले बुलंद रखने हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मानव संसधान इतने ऊँचे दर्जे की है, इस संकट और मुश्किल घड़ी में फंसे इन 41 योद्धाओं ने हमें बताया है। उन्होंने कहा कि इन योद्धाओं के लिए जीवन की यह एक महत्वपूर्ण परीक्षा थी, वे न केवल इस परीक्षा में पास हुए हैं बल्कि इस घटनाक्रम ने हमें सिखाया है कि विपरित परिस्थितियों और मुश्किल की घड़ी में किस तरह से एकजुट रहकर कठिनाईयों पर विजय पायी जा सकती है। चुनौतियां आती रहेंगी इस प्रकार की घटनाओं से हमें सबक सीखना है कि किस प्रकार आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि यह पूरी दुनिया के लिए एक सबक भी है कि किस प्रकार कठिन से कठिन आपदा पर एकजुट होकर विजय प्राप्त की जा सकती है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन, निगरानी और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य की विभिन्न एजेंसियों और अधिकारियों के अथक प्रयासों ने बेहद जटिल, चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरे बचाव अभियान को कामयाब बनाने में जो भूमिका निभाई है वह दुनिया के लिए एक मिसाल बन गई है।