देहरादून। पुलिस ने आज टप्पेबाजी और लूट की घटनाओं का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पहला मामला डोईवाला में हुई 5 लाख रुपये की टप्पेबाजी से जुडा है। जिसका खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी गिरफ्तार किया है। आरोपी गवाला गैंग का सदस्य है। वहीं, आरोपी के कब्जे से एक लाख रुपये भी बरामद किये हैं। दूसरी ओर लिफ्ट देने के बहाने लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले दो शातिर भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। इस घटनाओं का खुलासा करते हुए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि डोईवाला में हुई 5 लाख रुपये की टप्पेबाजी मामले में पुलिस टीम ने उत्तराखंड से दिल्ली तक करीब 550 सीसीटीवी कैमरा फुटेज को खंगाला और 100 होटलों को चेक किया। जिसके बाद आरोपी को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने 12 सितंबर को नवज्योति विहार डोईवाला निवासी लाखन सिंह सचान का पांच लाख रुपये से भरा बैग उड़ा लिया था। इस घटना के खुलासे के लिए थाना डोईवाला और एसओजी देहात की 5 टीमों का गठन किया गया था। एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल पहुंचकर स्थानीय लोगों और पुलिस मुखबिरों को संदिग्ध व्यक्तियों की फोटोग्राफ दिखायी गई तो पता चला कि जलपाईगुड़ी से करीब 40 किमी आगे फाटापुकुर नाम की जगह मे टप्पेबाजी करने वाले कुछ अपराधी रहते हैं, जो पूरे देश में अलग-अलग स्थानों में घूम-घूमकर टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वाला शातिर अपराधियों का एक गैंग है, जिसे गवाला गैंग के नाम से जाना जाता है। ऐसे में मौके पर दबिश देकर आरोपी मंजीत गवाला को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उसके साथियों की भी तलाश की जा रही है।
लूट की वारदातों का हुआ खुलासा: देहरादून में लिफ्ट देने के बहाने दो लूट की वारदातों का डोईवाला पुलिस और रानीपोखरी पुलिस ने खुलासा किया है। दरअसल, आरोपी अपनी प्राइवेट गाड़ी से लोगों को लिफ्ट देते थे और फिर सुनसान इलाके में गाड़ी रोककर सवारी के सिर पर पिस्टल से वार करके लूट की घटना को अंजाम देते थे। 6 अक्टूबर को एक महिला और 7 अक्टूबर आरोपियों ने इस तरह एक युवक को अपना शिकार बनाया था। इन घटनाओं के खुलासे के लिए थाना डोईवाला व रानीपोखरी की 4 टीमों का गठन किया गया। टीमों द्वारा दो आरोपी मनीष रावत और इंद्रजीत सिंह बाजवा को थानो रोड से गिरफ्तार किया है। एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि पूछताछ में जानकारी मिली कि मनीष रावत पूर्व में टैक्सी ड्राइवर था और इन्द्रजीत पहले अमेरिका में रहता था, 2016 दिल्ली आ गया था पिछले दो साल से देहरादून में अपनी पत्नी के साथ किराये में रहा था।